Senior Train Discount 2025 (सीनियर सिटीजन रेलगाड़ी छूट 2025) : देश के करोड़ों बुजुर्गों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। रेलवे ने 15 मई से वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन टिकट पर मिलने वाली रियायत (छूट) फिर से शुरू करने का फैसला लिया है। कोरोना महामारी के बाद से यह सुविधा बंद कर दी गई थी, लेकिन अब सरकार ने इसे दोबारा लागू करने की घोषणा की है। इस कदम से लाखों बुजुर्गों को आर्थिक सहारा मिलेगा और उनका सफर पहले की तरह आरामदायक और किफायती बन जाएगा।
Senior Train Discount 2025 : क्या था पहले नियम?
रेलवे द्वारा पहले वरिष्ठ नागरिकों के लिए टिकट बुकिंग पर खास छूट दी जाती थी। यह रियायत महिला और पुरुष यात्रियों के लिए अलग-अलग होती थी।
पहले के नियम कुछ इस प्रकार थे:
- महिला वरिष्ठ नागरिक (60 वर्ष से ऊपर) को 50% की छूट
- पुरुष वरिष्ठ नागरिक (60 वर्ष से ऊपर) को 40% की छूट
- यह छूट स्लीपर, एसी 3 टियर और एसी चेयर कार में लागू थी
- छूट केवल बेस किराए पर मिलती थी, टैक्स और अन्य शुल्क अतिरिक्त लगते थे
15 मई 2025 से क्या नया बदला है?
रेलवे मंत्रालय द्वारा नए सिरे से रियायत लागू की गई है, लेकिन कुछ बदलावों के साथ। सरकार अब लाभ केवल उन्हीं को देगी जो वाकई जरूरतमंद हैं। नए नियमों में पारदर्शिता और फोकस्ड बेनिफिट पर ज़ोर दिया गया है।
नए नियमों की मुख्य बातें:
- महिला वरिष्ठ नागरिकों को 40% छूट और पुरुषों को 30% छूट मिलेगी
- यह छूट केवल स्लीपर और सेकंड सीटिंग क्लास पर लागू होगी
- एसी श्रेणी में कोई छूट फिलहाल नहीं दी जाएगी
- लाभ केवल वही वरिष्ठ नागरिक ले पाएंगे जो सालाना आय ₹5 लाख से कम साबित करेंगे
लाभ उठाने के लिए क्या करना होगा?
रेलवे की यह रियायत अब ऑटोमैटिक नहीं होगी। इसके लिए यात्रियों को पहले से एक रियायत प्रोफाइल बनाना होगा।
प्रोसेस इस प्रकार है:
- IRCTC की वेबसाइट या ऐप पर लॉगिन करें
- ‘Senior Citizen Concession’ विकल्प चुनें
- अपने पैन कार्ड या इनकम प्रमाण पत्र की कॉपी अपलोड करें
- सत्यापन के बाद ही आपको यह सुविधा टिकट बुकिंग के दौरान दिखाई देगी
एक बुजुर्ग का अनुभव: जीवन में आई राहत
गोरखपुर के रहने वाले 67 वर्षीय रामचंद्र वर्मा बताते हैं कि वे हर महीने अपने बेटे से मिलने दिल्ली जाते हैं। पहले टिकट में ₹1200 से ज़्यादा का खर्च आता था। लेकिन जब रियायत मिलती थी तो वही सफर ₹700 में हो जाता था। अब फिर से यह सुविधा मिलने से वे काफी खुश हैं। उन्होंने कहा – “यह पैसा भले कम लगे किसी के लिए, लेकिन हमारे लिए यह बहुत मायने रखता है।”
क्यों जरूरी थी यह रियायत?
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में 60 साल से ऊपर की आबादी लगभग 14 करोड़ है। इनमें से बड़ी संख्या में लोग पेंशन पर निर्भर हैं या बिना आमदनी के जीवन बिता रहे हैं।
इस सुविधा के फायदे:
- बुजुर्गों को आर्थिक सहारा मिलता है
- सफर करना आसान और सस्ता होता है
- समाज में सम्मान और सुरक्षा की भावना बढ़ती है
रेलवे का पक्ष: क्यों रोकी गई थी सुविधा?
कोविड-19 के बाद रेलवे को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा था। इसी के चलते 2020 में वरिष्ठ नागरिक रियायत को अस्थायी रूप से बंद किया गया। रेलवे का मानना था कि यह कदम स्थायी नहीं है और परिस्थितियों में सुधार होने पर इसे फिर से लागू किया जाएगा।
किन ट्रेनों में लागू होगा नया नियम?
रियायत सिर्फ कुछ ट्रेनों पर लागू होगी, जैसे:
- मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों
- सुपरफास्ट ट्रेनों
- इंटरसिटी ट्रेनों
किन ट्रेनों में लागू नहीं होगा:
- राजधानी/शताब्दी/दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में कोई रियायत नहीं
- फ्लेक्सी फेयर सिस्टम वाली ट्रेनों में भी छूट नहीं मिलेगी
रियायत का असर: एक अनुमानित गणना
श्रेणी | सामान्य किराया | रियायत के बाद किराया | कुल बचत |
---|---|---|---|
पुरुष (Sleeper) | ₹500 | ₹350 | ₹150 |
महिला (Sleeper) | ₹500 | ₹300 | ₹200 |
पुरुष (2S) | ₹150 | ₹105 | ₹45 |
महिला (2S) | ₹150 | ₹90 | ₹60 |
AC Class (कोई छूट नहीं) | ₹1200 | ₹1200 | ₹0 |
यह बदलाव बुजुर्गों के लिए क्यों जरूरी था?
रेलवे की यह पहल एक बड़ा कदम है, जो सीधे तौर पर बुजुर्गों की जिंदगी को आसान बना सकती है। आर्थिक रूप से कमजोर वरिष्ठ नागरिक अब अपने बच्चों से मिलने, धार्मिक यात्राएं करने या किसी जरूरी कार्य से यात्रा करने में अधिक स्वतंत्रता महसूस करेंगे। सरकार को ऐसे कदम लगातार उठाते रहना चाहिए जो समाज के कमजोर वर्गों को ताकत दें।
अगर आपके परिवार में कोई बुजुर्ग है जो ट्रेन से सफर करता है, तो उन्हें इस सुविधा के बारे में जरूर बताएं। IRCTC प्रोफाइल अपडेट करवा दें और डॉक्युमेंट्स तैयार रखें। रियायत की सुविधा फिर से शुरू हो गई है – इसका पूरा लाभ उठाएं और अपने सफर को आसान बनाएं।