RBI ATM Update (आरबीआई एटीएम अपडेट) : ATM कार्ड का इस्तेमाल आज हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका है। चाहे पैसे निकालने हों, बैलेंस चेक करना हो या मिनी स्टेटमेंट चाहिए हो – एटीएम हर वक्त काम आता है। लेकिन अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने ATM ट्रांजेक्शन को लेकर नए चार्ज का ऐलान किया है, जो सीधे तौर पर आम आदमी की जेब पर असर डालने वाला है। आइए समझते हैं इस बदलाव का पूरा मामला, और ये आपके लिए क्या मायने रखता है।
RBI ATM Update : क्या है नया बदलाव?
RBI ने बैंकों को ATM ट्रांजेक्शन पर चार्ज बढ़ाने की अनुमति दी है। इसका मतलब यह है कि अगर आप फ्री लिमिट से ज़्यादा बार ATM से कैश निकालते हैं या बैलेंस चेक करते हैं, तो आपको पहले से ज्यादा पैसा देना होगा।
फ्री लिमिट के बाद अब कितना लगेगा चार्ज?
ट्रांजेक्शन प्रकार | फ्री ट्रांजेक्शन की संख्या | पहले का चार्ज | अब का नया चार्ज |
---|---|---|---|
कैश विदड्रॉ (Same Bank) | 5 बार/माह (मेट्रो सिटी में) | ₹20 | ₹23 |
कैश विदड्रॉ (Other Bank) | 3 बार/माह (मेट्रो सिटी में) | ₹20 | ₹23 |
बैलेंस चेक | 3-5 बार (बैंक पर निर्भर) | ₹5-₹10 | ₹10-₹12 |
मिनी स्टेटमेंट | बैंक पर निर्भर | ₹10 | ₹12 |
नोट: यह चार्ज हर ट्रांजेक्शन पर लागू होगा अगर आप फ्री लिमिट पार कर चुके हैं।
आरबीआई एटीएम अपडेट : मेट्रो और नॉन-मेट्रो में क्या फर्क है?
- मेट्रो शहरों में (जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरु) कैश विदड्रॉ की फ्री लिमिट 3 बार (अन्य बैंक) और 5 बार (खुद के बैंक) है।
- नॉन-मेट्रो शहरों में यह लिमिट थोड़ी ज़्यादा होती है – 5 बार (अन्य बैंक) और 5 बार (खुद के बैंक)।
आम आदमी पर सीधा असर
- सीमा देवी (गांव, उत्तर प्रदेश): “मुझे हर हफ्ते पैसों की ज़रूरत पड़ती है। गांव में सिर्फ एक ही ATM है और वो भी कई बार खराब रहता है। अब अगर मैं ज्यादा बार जाऊंगी, तो पैसे कटेंगे। ये तो गलत है।”
- रमेश कुमार (प्राइवेट नौकरी, दिल्ली): “मेरी सैलरी महीने की शुरुआत में आती है और मैं कई बार छोटे-छोटे खर्चों के लिए ATM जाता हूं। अब चार्ज लगने लगा तो खर्च बढ़ जाएगा।”
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क्यों बढ़ाए गए हैं चार्ज?
- बैंक लंबे समय से ATM मशीनों के रखरखाव और संचालन के बढ़ते खर्चों की बात कर रहे थे।
- RBI ने भी माना है कि मैनटेनेंस, सुरक्षा और टेक्नोलॉजी अपग्रेड में बैंकों को अधिक लागत आ रही है।
- साथ ही, डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए भी यह एक कदम माना जा रहा है।
बचने के आसान तरीके – ATM चार्ज से कैसे बचें?
- UPI और डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल करें – ज़्यादातर छोटे ट्रांजेक्शन UPI से हो सकते हैं।
- ATM पर जाकर एक बार में ज्यादा पैसे निकालें ताकि बार-बार जाने से बच सकें।
- अगर नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग से बैलेंस चेक कर सकते हैं तो ATM का इस्तेमाल न करें।
- मिनी स्टेटमेंट के लिए SMS अलर्ट्स या बैंक की ऐप का उपयोग करें।
डिजिटल इंडिया के दौर में क्या ATM का रोल खत्म हो रहा है?
नहीं, बिलकुल नहीं। देश के कई हिस्सों में आज भी इंटरनेट की कमी और डिजिटल साक्षरता की समस्या है। ऐसे में ATM एक भरोसेमंद माध्यम बना हुआ है। लेकिन सरकार और बैंक मिलकर डिजिटल पेमेंट को ज्यादा प्रोत्साहन दे रहे हैं, ताकि कम लागत में ज्यादा सुविधा दी जा सके।
व्यक्तिगत अनुभव
मैं खुद एक बार ऐसे फंसा जब महीने के आखिर में मुझे पैसों की सख्त ज़रूरत थी और मैंने फ्री लिमिट से ज़्यादा बार ATM से पैसे निकाले। ₹1000 निकाले लेकिन ₹23 कट गए। उस दिन समझ आया कि ये छोटी राशि दिखती है लेकिन साल भर में यह अच्छा-खासा खर्च बन सकता है। तब से मैंने डिजिटल पेमेंट पर ज्यादा भरोसा करना शुरू कर दिया।
सावधानी से करें ATM का इस्तेमाल
ATM का उपयोग अब महंगा होता जा रहा है। ऐसे में ज़रूरी है कि हम अपने ट्रांजेक्शन की योजना बनाएं, डिजिटल माध्यमों का ज़्यादा से ज़्यादा उपयोग करें और अनावश्यक खर्च से बचें। यह बदलाव भले ही छोटा लगे, लेकिन यह आपकी सालाना बचत में बड़ा असर डाल सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख आम जनता को सूचना देने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया अपने बैंक की वेबसाइट या कस्टमर सर्विस से सटीक जानकारी प्राप्त करें क्योंकि नियम समय-समय पर बदल सकते हैं।