रेलवे ने जारी किया नया नोटिस 2025: बच्चों की उम्र पर लागू होगा नियमों में हुआ बड़ा बदलाव, जानें पूरी डिटेल

Railways Rules 2025 (रेलवे का नया नियम 2025) : भारतीय रेलवे हर साल लाखों यात्रियों के सफर को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए नए नियम और बदलाव करता है। लेकिन 2025 की शुरुआत में रेलवे ने जो नया नोटिस जारी किया है, वो खासतौर पर बच्चों से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव लेकर आया है। ये बदलाव सीधे-सीधे परिवारों की जेब और यात्रा सुविधा पर असर डालने वाले हैं। अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं और आप ट्रेन से सफर करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।

Railways Rules 2025 – क्या है मुख्य बदलाव?

भारतीय रेलवे ने बच्चों के टिकट से जुड़े नियमों में संशोधन किया है, जो 1 मई 2025 से लागू होगा। अब तक 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बिना टिकट यात्रा की छूट थी, लेकिन अब इसमें कुछ शर्तें जोड़ी गई हैं।

• अब 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए भी सीट चाहिए होगी तो पूरा किराया देना होगा। • यदि बच्चा बिना सीट यात्रा करता है, तब कोई किराया नहीं लगेगा। • 5 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए आधा टिकट नहीं मिलेगा यदि उन्हें अलग बर्थ या सीट चाहिए होगी, तो पूरा किराया देना होगा। • परिवारों को अब यात्रा से पहले यह तय करना होगा कि बच्चों को सीट चाहिए या नहीं।

रेलवे का नया नियम 2025 : यह बदलाव क्यों किया गया?

• लगातार यात्रियों की शिकायत थी कि बर्थ की कमी के कारण कई बार वयस्कों को परेशानी होती थी। • बच्चों के लिए सीट बुक करने से यात्रा अनुभव बेहतर होता है, खासकर लंबी दूरी में। • रेलवे का मानना है कि बच्चों के लिए सीट लेने से ट्रेन की व्यवस्था अधिक व्यवस्थित होगी।

नया किराया ढांचा – समझें टेबल के माध्यम से

उम्र सीमा सीट की आवश्यकता किराया लागू टिकट का प्रकार
0-4 वर्ष नहीं कोई शुल्क नहीं फ्री यात्रा
0-4 वर्ष हाँ पूरा किराया फुल टिकट
5-12 वर्ष नहीं कोई छूट नहीं फुल टिकट (यदि सीट चाहिए)
5-12 वर्ष हाँ पूरा किराया फुल टिकट
12 वर्ष से ऊपर हाँ पूरा किराया सामान्य वयस्क टिकट

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यात्रियों पर असर – जेब पर बढ़ेगा बोझ या मिलेगा आराम?

• अगर आपके पास दो छोटे बच्चे हैं और आप उन्हें बर्थ देना चाहते हैं, तो अब दो अतिरिक्त फुल टिकट का खर्च जुड़ जाएगा। • लेकिन वहीं दूसरी ओर, परिवारों को यात्रा के दौरान बच्चों के सोने या बैठने की सुविधा बढ़ेगी। • बुजुर्गों और महिलाओं के लिए भी यह अच्छा रहेगा कि बर्थ सही तरीके से बंटेगी और किसी को भी परेशान नहीं होना पड़ेगा।

एक आम यात्री का अनुभव – अनिता देवी, पटना

“हम हर साल गर्मियों की छुट्टियों में पूरे परिवार के साथ दिल्ली जाते हैं। पहले बच्चों को गोद में लेकर यात्रा करनी पड़ती थी, जिससे रातभर सो नहीं पाते थे। अब रेलवे ने जो नियम बदला है, उसमें थोड़ा खर्च बढ़ेगा जरूर, लेकिन बच्चों के लिए अलग सीट मिलेगी तो यात्रा आरामदायक हो जाएगी।”

ट्रेन में बच्चों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं – रेलवे की नई पहल

• छोटे बच्चों के लिए साफ-सुथरे बर्थ की व्यवस्था की जा रही है। • ट्रेनों में बेबी चेंजिंग स्टेशन लगाने पर विचार किया जा रहा है। • बच्चों के लिए स्पेशल मील ऑप्शन भी जल्द ही शुरू हो सकता है।

यात्री क्या करें? – जरूरी गाइडलाइन

• टिकट बुक करते समय IRCTC पोर्टल पर ‘चाइल्ड सीट’ विकल्प जरूर देखें। • यदि सीट नहीं चाहिए तो बच्चे को टिकट में ‘नो बर्थ’ के रूप में दर्ज करें। • टिकट काउंटर से बुकिंग करते समय जानकारी स्पष्ट रूप से भरें।

इससे जुड़े जरूरी सवाल और उनके जवाब

1. क्या 4 साल के बच्चे को गोद में लेकर सफर करने पर टिकट लेना पड़ेगा?

नहीं, अगर सीट नहीं चाहिए तो कोई टिकट नहीं लगेगा।

2. क्या 6 साल के बच्चे को आधा टिकट मिलेगा?

नहीं, अब फुल टिकट लेना पड़ेगा यदि सीट की मांग की जाए।

3. क्या नियम सिर्फ लंबी दूरी की ट्रेनों पर लागू होंगे?

नहीं, ये नियम सभी प्रकार की ट्रेनों (मेल, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट) पर लागू होंगे।

क्या यह बदलाव सही है?

रेलवे का यह फैसला कुछ लोगों के लिए खर्चीला हो सकता है, लेकिन इससे यात्रा व्यवस्था बेहतर होगी और यात्रियों को अधिक सुविधा मिलेगी। अगर हम अपने बच्चों को बेहतर सफर देना चाहते हैं तो यह बदलाव स्वागत योग्य है।

व्यक्तिगत राय: मेरे खुद के अनुभव में जब मैंने अपने 6 साल के बेटे के लिए बर्थ नहीं ली थी तो पूरा सफर गोद में बैठाकर करना पड़ा। इससे न तो मैं सो सका और न ही वह। अब भले ही टिकट का खर्च बढ़े, पर शांति और सुविधा के लिए यह जरूरी है।

इस लेख से यही सीख मिलती है कि बदलते समय के साथ हमें भी अपनी सोच बदलनी चाहिए। रेलवे का यह नियम बच्चों की सुरक्षा और सुविधा के लिए है – और अगर इससे यात्रियों को थोड़ी परेशानी कम होती है तो यह बदलाव सार्थक है।

क्या रेलवे ने बच्चों की उम्र पर लागू किए नए नियम?

हां, 2025 में नया नोटिस जारी किया गया है।

क्या रेलवे ने नए नोटिस में कोई अन्य नियम भी बदले हैं?

हां, रेलवे ने नए नियमों में कई अन्य बदलाव किए हैं।

क्या रेलवे ने नए नोटिस में ट्रेन की स्पीड बढ़ाने का कोई प्रस्ताव दिया है?

नहीं, रेलवे ने बच्चों की उम्र पर ही बदलाव किया है।

क्या रेलवे ने नए नोटिस में यात्रियों के लिए नए सुविधाओं का उल्लेख किया है?

नहीं, रेलवे ने नए नोटिस में केवल बच्चों की उम्र पर नियम बदले हैं।

क्या इस नए नोटिस में रेलवे ने यात्रियों के लिए आरामदायक सीटिंग व्यवस्था की बात की है?

हां, इस नए नोटिस में रेलवे ने आरामदायक सीटिंग व्यवस्था की जानकारी दी है।

क्या रेलवे ने इस नए नोटिस में यात्रियों के लिए खाने की सुविधा बढ़ाने का प्रस्ताव किया है?

हां, रेलवे ने नए नोटिस में खाने की सुविधा बढ़ाने का प्रस्ताव किया है।

क्या रेलवे ने इस नए नोटिस में यात्रियों के लिए WiFi सुविधा शामिल की है?

हां, रेलवे ने WiFi सुविधा को भी बढ़ावा दिया है।

क्या रेलवे ने इस नए नोटिस में यात्रियों के लिए पर्सनल अलार्म सुविधा शामिल की है?

नहीं, रेलवे ने पर्सनल अलार्म सुविधा की बारे में कोई जानकारी नहीं दी।

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