Railways Concessions for Senior Citizens (वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे रियायतें) : देश के करोड़ों बुजुर्गों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। भारतीय रेलवे ने एक बार फिर वरिष्ठ नागरिकों को टिकट बुकिंग में रियायत देने का फैसला किया है। कोरोना महामारी के दौरान यह सुविधा बंद कर दी गई थी, लेकिन अब 15 अप्रैल 2025 से यह नियम दोबारा लागू होने जा रहा है। यह खबर लाखों परिवारों के लिए राहत की सांस जैसी है, खासतौर पर उनके लिए जो हर महीने रेलवे यात्रा पर निर्भर हैं।
Railways Concessions for Senior Citizens : क्यों थी यह रियायत पहले बंद की गई?
2020 में कोरोना महामारी के बाद रेलवे ने कई खर्चों में कटौती की थी। उस समय सरकार ने यह फैसला लिया कि वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाए।
उस समय सरकार ने बताया था कि इससे रेलवे को सालाना 1600 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान होता है। लेकिन इसके चलते बुजुर्ग यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
अब क्या होगा नया नियम?
15 अप्रैल 2025 से भारतीय रेलवे ने फिर से वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायत देने का निर्णय लिया है।
इस बार कुछ बदलावों के साथ नियम को लागू किया जा रहा है:
- 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के पुरुष यात्रियों को 40% छूट दी जाएगी।
- 58 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिला यात्रियों को 50% छूट दी जाएगी।
- यह छूट सिर्फ स्लीपर और सेकंड क्लास (जनरल) टिकटों पर लागू होगी।
- एसी क्लास और प्रीमियम ट्रेनों (जैसे तेजस, वंदे भारत) में यह छूट नहीं मिलेगी।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे रियायतें : कौन उठा सकता है इस रियायत का लाभ?
रेलवे ने साफ कहा है कि रियायत उन्हीं यात्रियों को मिलेगी जो नीचे दी गई शर्तों को पूरा करेंगे:
- टिकट बुक करते समय आयु प्रूफ (जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी) देना जरूरी होगा।
- यह सुविधा केवल IRCTC वेबसाइट, रेलवे काउंटर और अधिकृत एजेंट से टिकट लेने पर ही मान्य होगी।
- ग्रुप बुकिंग और तत्काल टिकटों पर यह छूट लागू नहीं होगी।
एक नज़र: बुजुर्ग रियायत की तुलना पहले और अब
सुविधा/नियम | पहले (2020 से पहले) | अब (15 अप्रैल 2025 से) |
---|---|---|
पुरुष यात्रियों की छूट | 40% | 40% |
महिला यात्रियों की छूट | 50% | 50% |
आयु सीमा (पुरुष) | 60 वर्ष | 60 वर्ष |
आयु सीमा (महिला) | 58 वर्ष | 58 वर्ष |
लागू श्रेणियाँ | सभी क्लास | स्लीपर व जनरल |
AC व प्रीमियम क्लास में छूट | हाँ | नहीं |
तत्काल टिकट पर छूट | हाँ | नहीं |
इस फैसले से किसे होगा सबसे ज्यादा फायदा?
इस सुविधा का सबसे बड़ा लाभ ग्रामीण और निम्न-मध्यम वर्ग के उन बुजुर्गों को होगा जो हर महीने अपने बच्चों से मिलने, तीर्थ यात्रा पर जाने या इलाज के लिए सफर करते हैं।
उदाहरण:
- श्रीमती सावित्री देवी (62 वर्ष) उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से हर महीने वाराणसी इलाज के लिए जाती हैं। पहले उन्हें 60 किलोमीटर के इस सफर में ₹90 लगते थे, अब उन्हें ₹45 ही देने होंगे।
- श्री रामकृष्ण राव (67 वर्ष) पुणे से हैदराबाद हर दो महीने में अपने बेटे से मिलने जाते हैं। इस छूट से उन्हें सालाना करीब ₹1000 की बचत होगी।
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व्यक्तिगत अनुभव – कैसे बदली मेरी मम्मी की यात्रा
मेरी माँ एक रिटायर्ड शिक्षिका हैं, और अक्सर नानी के घर जाने के लिए ट्रेन से सफर करती हैं। जब रियायत बंद हुई थी, तो हर बार टिकट बुक करते समय उनका यही कहना होता, “बेटा, पहले आधा टिकट लगता था, अब तो पूरा देना पड़ता है।”
अब जब ये रियायत फिर से शुरू हो गई है, तो उन्होंने सबसे पहले कॉल करके कहा, “बेटा, अब तो मई में हरिद्वार भी चलेंगे।”
यानी यह फैसला सिर्फ आर्थिक राहत नहीं, बुजुर्गों की आज़ादी और खुशी से भी जुड़ा है।
क्या और बदलाव आने की उम्मीद है?
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में अगर इस योजना से सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है, तो यह छूट अन्य क्लासों और ट्रेनों में भी बढ़ाई जा सकती है। इसके साथ-साथ डिजिटली सीनियर सिटीजन को रियायत का विकल्प ऑप्ट-इन करने का फीचर भी जोड़ा जाएगा ताकि जो लोग इसका लाभ नहीं लेना चाहते, वे मना कर सकें।
ध्यान देने योग्य बातें
- बुजुर्गों को सफर के दौरान अपना पहचान पत्र साथ में रखना अनिवार्य होगा।
- छूट केवल मूल यात्री को मिलेगी, साथी यात्रियों को नहीं।
- अगर कोई गलत जानकारी देकर रियायत लेने की कोशिश करता है, तो टिकट कैंसिल किया जा सकता है।
भारतीय रेलवे का यह फैसला बुजुर्गों के लिए एक सौगात है। यह न सिर्फ उन्हें आर्थिक राहत देगा, बल्कि उनका आत्मसम्मान और सामाजिक जुड़ाव भी बनाए रखेगा।
ऐसे में जरूरी है कि हम सब अपने घर के बुजुर्गों को इस सुविधा की जानकारी दें और उन्हें टिकट बुकिंग में मदद करें।
एक छोटे से बदलाव से बुजुर्गों की जिंदगी आसान बन सकती है।
रेलवे रियायत के लिए कौन सी उम्र सीमा तय कर रहा है?
रेलवे ने बुजुर्गों के लिए 60 वर्ष से अधिक उम्र के यात्रियों के लिए रियायत निर्धारित की है।
रेलवे ने बुजुर्गों के लिए कैसे रियायत दी है?
उन्हें 15 अप्रैल से न्यूनतम यातायात शुल्क में 40% की छूट मिलेगी।
क्या बुजुर्गों के लिए यह नियम सभी रेलवे स्टेशनों पर लागू होगा?
नहीं, यह नियम केवल कुछ चयनित स्टेशनों पर ही लागू होगा।
क्या रेलवे ने इस रियायत को अन्य वर्गों के लिए भी लागू करने का कोई प्लान बनाया है?
अभी तक ऐसा कोई प्लान नहीं है।
क्या बुजुर्गों के लिए रेलवे ने कोई अतिरिक्त सुविधाएं दी है?
हां, बुजुर्गों के लिए प्रोटीन रिच भोजन विकल्प भी शुरू किए जाएंगे।