Railway New Rules 2025 (रेलवे के नए नियम 2025) : देश में लाखों बुज़ुर्गों के लिए ये ख़ुशख़बरी किसी वरदान से कम नहीं। भारतीय रेलवे ने एक बार फिर से 21 मई से सीनियर सिटीज़न्स को टिकट पर छूट देने का ऐलान कर दिया है। कोरोना महामारी के बाद ये सुविधा बंद कर दी गई थी, जिससे लाखों लोगों को जेब पर भारी असर पड़ा। अब सरकार ने इस सुविधा को फिर से शुरू करने का फैसला किया है, जो विशेष रूप से बुज़ुर्गों के लिए राहत भरी खबर है।
Railway New Rules 2025 क्या है?
रेलवे ने पहले की तरह फिर से उम्र के आधार पर छूट की सुविधा देने का निर्णय लिया है, लेकिन इस बार कुछ शर्तों के साथ। पहले सभी बुज़ुर्गों को यह छूट बिना किसी चयन के मिलती थी, लेकिन अब पात्रता की कुछ सीमाएं तय की गई हैं।
- पुरुष यात्रियों को 60 वर्ष या उससे अधिक की उम्र में लाभ मिलेगा
- महिला यात्रियों को 58 वर्ष या उससे अधिक की उम्र में टिकट पर छूट दी जाएगी
- केवल स्लीपर और सेकंड क्लास में यह छूट मिलेगी
- यह छूट केवल जनरल टिकट, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए मान्य होगी
कितनी छूट मिलेगी?
रेलवे बोर्ड के नए निर्देशों के अनुसार सीनियर सिटीज़न्स को निम्नलिखित प्रकार से छूट दी जाएगी:
यात्री वर्ग | छूट प्रतिशत | यात्रा श्रेणी |
---|---|---|
पुरुष बुज़ुर्ग | 40% | स्लीपर/जनरल क्लास |
महिला बुज़ुर्ग | 50% | स्लीपर/जनरल क्लास |
विशेष रेलगाड़ियाँ | कोई छूट नहीं | सभी वर्ग |
इस छूट का लाभ लेने के लिए पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा, जैसे आधार कार्ड या वरिष्ठ नागरिक प्रमाण पत्र।
सीनियर सिटीज़न्स के लिए यह कितना फायदेमंद है?
महंगाई के इस दौर में जब हर खर्च जेब पर भारी पड़ता है, ऐसे में ये छूट बुज़ुर्ग यात्रियों के लिए बहुत बड़ी राहत बनकर आई है।
लाभ:
- लंबी दूरी की यात्राओं में बचत
- तीर्थ यात्रा करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को लाभ
- कम आय वर्ग के बुज़ुर्गों को राहत
उदाहरण:
मेरे मोहल्ले के मिश्रा जी, जिनकी उम्र 65 साल है, हर साल हरिद्वार जाते हैं। पहले उन्हें टिकट पर कोई छूट नहीं मिलती थी और वह 1200 रुपये खर्च करते थे। अब उन्हें करीब 480 रुपये की छूट मिलेगी। उनका कहना है, “सरकार ने बहुत अच्छा कदम उठाया है, इससे हम जैसे लोगों की जेब थोड़ी राहत में रहेगी।”
टिकट बुकिंग के लिए क्या ज़रूरी है?
रेलवे ने टिकट बुकिंग प्रक्रिया में भी कुछ बदलाव किए हैं जिससे छूट लेने वाले बुज़ुर्गों को सहूलियत मिले।
- टिकट बुकिंग के समय ‘Senior Citizen Concession’ का विकल्प चुनना होगा
- आधार कार्ड/ID नंबर दर्ज करना अनिवार्य होगा
- IRCTC की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर भी यह सुविधा उपलब्ध है
- यदि टिकट रिजर्वेशन काउंटर से कर रहे हैं, तो ID साथ लेकर जाएं
क्या सभी ट्रेनों में छूट मिलेगी?
नहीं, यह छूट केवल सीमित ट्रेनों में लागू की गई है। जैसे:
- मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में मान्य
- राजधानी, शताब्दी, दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में यह सुविधा नहीं होगी
- तत्काल और प्रीमियम तत्काल बुकिंग में छूट नहीं मिलेगी
सरकार का क्या कहना है?
रेल मंत्री के अनुसार, “बुज़ुर्गों का ध्यान रखना हमारी प्राथमिकता है। यह योजना बुज़ुर्गों की सुविधा को देखते हुए दोबारा शुरू की जा रही है ताकि उनकी यात्राएं सुलभ और किफायती बन सकें।”
क्या भविष्य में और सुधार हो सकते हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस योजना से सकारात्मक परिणाम मिले, तो इसे अन्य श्रेणियों जैसे AC क्लास या विशेष ट्रेनों में भी लागू किया जा सकता है। साथ ही, डिजिटल बुकिंग करने वाले बुज़ुर्गों के लिए अलग से पोर्टल भी बनाए जाने की चर्चा है।
रेलवे द्वारा सीनियर सिटीज़न्स को दी जा रही छूट एक सराहनीय कदम है जो ना केवल उनकी आर्थिक मदद करता है बल्कि उनके आत्म-सम्मान को भी बनाए रखता है। मिश्रा जी जैसे लाखों बुज़ुर्ग अब पहले से ज़्यादा आत्मनिर्भरता से यात्रा कर सकेंगे। अगर आपके परिवार में कोई सीनियर सिटीज़न है, तो उन्हें जरूर बताएं कि 21 मई से यह सुविधा फिर से शुरू हो गई है।
छूट केवल उन्हीं लोगों को मिलेगी जो यात्रा के समय अपना उम्र प्रमाण पत्र या आधार कार्ड साथ लेकर चलेंगे।
बिना टिकट के यात्रा करने पर कितना जुर्माना होगा?
५०० रुपये का जुर्माना होगा।
क्या इस नए नियम के तहत बुज़ुर्गों के लिए कोई अधिकार है?
हां, 60 साल से अधिक उम्र के यात्री को 40% छूट मिलेगी।
क्या टिकट छूट के लिए आवेदन की आवश्यकता है?
हां, बुज़ुर्गों को आवेदन करना होगा।