Post Office Scheme (पोस्ट ऑफिस स्कीम): आज के दौर में जब बैंक की एफडी पर ब्याज दरें लगातार घटती जा रही हैं और बाजार में निवेश के नाम पर रिस्क बढ़ता जा रहा है, ऐसे में पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीमें एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प बनकर उभरी हैं। गांव से लेकर शहर तक, आम आदमी से लेकर सीनियर सिटीजन तक, हर वर्ग के लिए इन स्कीमों में कुछ न कुछ खास है। खुद मैंने भी जब पोस्ट ऑफिस की Monthly Income Scheme में निवेश किया, तब समझ आया कि कैसे यह इनकम का एक स्थिर और गारंटीड ज़रिया बन सकती है।
Post Office Scheme : क्यों चुनें ?
- सरकार द्वारा समर्थित और सुरक्षित योजनाएं
- निश्चित रिटर्न और ब्याज दर
- लंबी अवधि की योजनाएं जिनमें टैक्स में छूट भी मिलती है
- हर उम्र और वर्ग के लिए अलग-अलग विकल्प
- ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से सुविधा
पोस्ट ऑफिस स्कीम : टॉप पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीमों की जानकारी
1. पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS)
- ब्याज दर: 7.4% प्रति वर्ष
- मासिक रूप से ब्याज का भुगतान
- निवेश सीमा: अधिकतम ₹9 लाख (एकल खाता) और ₹15 लाख (संयुक्त खाता)
- अवधि: 5 वर्ष
उदाहरण
अगर आप ₹9 लाख जमा करते हैं तो हर महीने आपको ₹5,550 की मासिक आय मिलेगी।
2. वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)
- ब्याज दर: 8.2% प्रति वर्ष
- केवल 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए
- अधिकतम निवेश: ₹30 लाख
- ब्याज तिमाही आधार पर मिलता है
रियल लाइफ केस:
मेरे पिताजी ने रिटायरमेंट के बाद ₹15 लाख SCSS में लगाए। हर तिमाही उन्हें ₹30,750 मिलते हैं – यह उनके लिए पेंशन जैसा है।
3. नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)
- ब्याज दर: 7.7% प्रति वर्ष (वार्षिक चक्रवृद्धि ब्याज)
- अवधि: 5 साल
- टैक्स छूट: धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक
4. किसान विकास पत्र (KVP)
- ब्याज दर: 7.5%
- अवधि: 115 महीने (करीब 9 साल 7 महीने)
- निवेश राशि दोगुनी हो जाती है
5. पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF)
- ब्याज दर: 7.1%
- अवधि: 15 साल (5 साल के ब्लॉक में विस्तार संभव)
- टैक्स फ्री रिटर्न
- धारा 80C के तहत टैक्स छूट
तुलना तालिका: टॉप पोस्ट ऑफिस स्कीमें
योजना का नाम | ब्याज दर | अवधि | निवेश सीमा | टैक्स लाभ |
---|---|---|---|---|
POMIS | 7.4% | 5 साल | ₹9 लाख/₹15 लाख | नहीं |
SCSS | 8.2% | 5 साल | ₹30 लाख तक | 80C + ब्याज करयोग्य |
NSC | 7.7% | 5 साल | कोई सीमा नहीं | 80C |
KVP | 7.5% | 115 महीने | कोई सीमा नहीं | नहीं |
PPF | 7.1% | 15 साल | ₹1.5 लाख प्रति वर्ष | EEE (टैक्स फ्री) |
किसके लिए कौन सी योजना सही है?
- सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिक: SCSS एक बेहतरीन विकल्प है क्योंकि इसमें ब्याज सबसे ज्यादा है और गारंटीड इनकम मिलती है।
- कम रिस्क वाले निवेशक: NSC और KVP उन लोगों के लिए अच्छा है जो लंबी अवधि में फिक्स रिटर्न चाहते हैं।
- टैक्स बचाने वाले युवा: PPF और NSC में निवेश कर सकते हैं क्योंकि ये टैक्स सेविंग के साथ-साथ अच्छा ब्याज भी देते हैं।
- मासिक इनकम चाहने वाले: POMIS उन लोगों के लिए बेस्ट है जो हर महीने एक फिक्स इनकम चाहते हैं।
क्या यह बैंकों से बेहतर है?
- बैंकों की एफडी की दरें आमतौर पर 6.5-7% के बीच होती हैं जबकि पोस्ट ऑफिस स्कीमों में 8.2% तक ब्याज मिल रहा है।
- बैंक एफडी में टैक्स छूट सीमित है जबकि पोस्ट ऑफिस की योजनाओं में टैक्स बेनिफिट के साथ ज्यादा रिटर्न मिल सकता है।
रियल लाइफ में कैसे बदलती है जिंदगी?
मेरे पड़ोसी शर्मा जी, जो एक निजी कंपनी से रिटायर हुए थे, उन्होंने ₹20 लाख की रकम पोस्ट ऑफिस की अलग-अलग योजनाओं में बांट दी – SCSS, NSC और POMIS में। अब उन्हें हर महीने ₹10,000 से अधिक की गारंटीड इनकम मिल रही है और साथ में टैक्स भी बचता है। वह कहते हैं – “पहले बैंक की एफडी में पैसा रखता था, अब पोस्ट ऑफिस की स्कीमों ने जिंदगी को आसान बना दिया है।”
अगर आप भी अपने पैसों को सुरक्षित रखना चाहते हैं, नियमित इनकम चाहते हैं और टैक्स में बचत करना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की स्कीमें आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हैं। खास बात यह है कि इसमें किसी तरह का बाजार रिस्क नहीं है, और सरकार की गारंटी भी है। सही योजना का चुनाव करके आप भी अपने भविष्य को फाइनेंशियल रूप से मजबूत बना सकते हैं।