India’s 9 Expressway : क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा शहर भी है, जहां से पूरे 9 एक्सप्रेसवे गुजरते हैं? सुनने में यह थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन यह हकीकत है। इस शहर की कनेक्टिविटी इतनी बेहतरीन है कि यहां से देश के कई बड़े शहरों तक जाना बेहद आसान हो जाता है। आइए, जानते हैं इस शहर के बारे में और कैसे ये एक्सप्रेसवे इस क्षेत्र को देश के सबसे महत्वपूर्ण ट्रांसपोर्ट हब में बदल रहे हैं।
India’s 9 Expressway कौन सा है वो शहर?
यह शहर है गाजियाबाद, जो उत्तर प्रदेश में स्थित है और दिल्ली-एनसीआर का हिस्सा है। गाजियाबाद न सिर्फ औद्योगिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अब यह देश के ट्रांसपोर्ट नेटवर्क का भी एक बड़ा केंद्र बन गया है। यहाँ से गुजरने वाले 9 एक्सप्रेसवे न सिर्फ शहर को जोड़ते हैं, बल्कि इसके विकास में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
9 प्रमुख एक्सप्रेसवे से जूडा गाजियाबाद
गाजियाबाद से जुड़े ये 9 एक्सप्रेसवे न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा को आसान बनाते हैं, बल्कि व्यापार और अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करते हैं।
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) यह एक्सप्रेसवे दिल्ली और मेरठ को जोड़ता है और गाजियाबाद इसके बीच में पड़ता है। इससे दिल्ली से मेरठ की दूरी महज 45 मिनट में पूरी की जा सकती है।
- ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) यह एक्सप्रेसवे गाजियाबाद को हरियाणा के कई शहरों से जोड़ता है और दिल्ली के ट्रैफिक को बायपास करता है।
- वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (WPE) यह भी गाजियाबाद के पास से होकर गुजरता है और ट्रांसपोर्ट के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
- एनएच 24 (नेशनल हाईवे 24) यह गाजियाबाद से लखनऊ तक जाता है और इसे दिल्ली-लखनऊ हाइवे के नाम से भी जाना जाता है।
- एनएच 58 यह हाइवे हरिद्वार और ऋषिकेश जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
- एनएच 91 यह गाजियाबाद को बुलंदशहर और अलीगढ़ से जोड़ता है।
- गाजियाबाद-नोएडा लिंक रोड इस रोड से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लिए ट्रैफिक बेहद आसान हो जाता है।
- गाजियाबाद-फरीदाबाद लिंक रोड यह सड़क गाजियाबाद को दक्षिण हरियाणा के शहरों से जोड़ती है।
- यमुना एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी भले ही यह एक्सप्रेसवे सीधे गाजियाबाद से न गुजरता हो, लेकिन गाजियाबाद से इसका कनेक्शन मजबूत है, जो आगरा तक पहुंचने का सबसे तेज़ रास्ता है।
इन एक्सप्रेसवे का स्थानीय जीवन पर प्रभाव
इन एक्सप्रेसवे के निर्माण से गाजियाबाद के स्थानीय जीवन में बड़ा बदलाव आया है।
- यात्रा में आसानी:
अब लोग दिल्ली, मेरठ, नोएडा या फरीदाबाद तक कम समय में पहुंच सकते हैं। उदाहरण के लिए, पहले दिल्ली से मेरठ की दूरी तय करने में 2 घंटे लगते थे, लेकिन अब यह 45 मिनट में पूरी हो जाती है। - व्यापार में वृद्धि:
इन एक्सप्रेसवे के कारण गाजियाबाद में औद्योगिक क्षेत्रों का विस्तार हुआ है। व्यापारियों के लिए माल ढुलाई अब पहले से आसान और सस्ती हो गई है। - रियल एस्टेट में बूम:
गाजियाबाद में संपत्ति के दामों में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। बेहतर कनेक्टिविटी के कारण लोग अब यहां निवेश करना पसंद कर रहे हैं।
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यात्रियों के लिए क्या है खास?
गाजियाबाद से होकर गुजरने वाले इन एक्सप्रेसवे ने यात्रियों के लिए भी कई सुविधाएं प्रदान की हैं:
- फास्टैग सुविधा:
टोल प्लाज़ा पर लंबी कतारों से छुटकारा पाने के लिए फास्टैग सिस्टम लागू किया गया है। - सेफ्टी फीचर्स:
सभी एक्सप्रेसवे पर सीसीटीवी कैमरे और इमरजेंसी कॉल बूथ लगाए गए हैं। - आरामदायक सफर:
चौड़े और सुगम रास्तों के कारण ड्राइविंग का अनुभव अब और भी बेहतर हो गया है।
आम लोगों के अनुभव
राहुल शर्मा, जो गाजियाबाद में रहते हैं और नोएडा में काम करते हैं, कहते हैं:
“पहले ऑफिस पहुंचने में डेढ़ घंटा लगता था, लेकिन अब गाजियाबाद-नोएडा लिंक रोड के कारण मैं महज 40 मिनट में अपने ऑफिस पहुंच जाता हूं। इससे न केवल समय बचता है, बल्कि यात्रा भी आरामदायक होती है।”
सुमन अग्रवाल, एक व्यवसायी हैं जो मेरठ से गाजियाबाद के बीच व्यापार करते हैं, कहते हैं:
“दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के खुलने से मेरे व्यापार में तेजी आई है। अब मेरा माल तेजी से दिल्ली पहुंचता है, जिससे मेरा समय और खर्च दोनों कम हुए हैं।”
भविष्य में और क्या उम्मीदें?
भविष्य में इन एक्सप्रेसवे के विस्तार से गाजियाबाद को और भी बेहतर कनेक्टिविटी मिलने की उम्मीद है। सरकार लगातार नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है ताकि ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं को कम किया जा सके और लोगों को और भी सुविधा मिल सके।
गाजियाबाद अब केवल एक औद्योगिक शहर नहीं रहा, बल्कि यह देश के सबसे बड़े ट्रांसपोर्ट हब के रूप में उभर रहा है। यहां से गुजरने वाले 9 एक्सप्रेसवे न केवल शहर के विकास में मदद कर रहे हैं, बल्कि आम लोगों के जीवन को भी आसान बना रहे हैं। चाहे आप एक यात्री हों, व्यापारी हों या यहां के निवासी, ये एक्सप्रेसवे आपके जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएंगे।
भारत में सबसे लंबा एक्सप्रेसवे कौन सा है?
यमुना एक्सप्रेसवे
भारत में कौन सा शहर एक्सप्रेसवे के इतिहास में पहले था?
मुंबई, जहाँ से पहला एक्सप्रेसवे बना था।
किस राज्य में सबसे अधिक एक्सप्रेसवे हैं?
उत्तर प्रदेश
भारत के कौन-से शहर में एक्सप्रेसवे के निर्माण में सबसे ज्यादा समय लगा?
मुंबई
भारत में पहला एक्सप्रेसवे कब तक बनेगा?
2030 तक देशभर में 9 एक्सप्रेसवे बनेंगे।
भारत में सबसे ऊंचा एक्सप्रेसवे कौन सा है?
लद्दाख में चलने वाला एक्सप्रेसवे।
भारत में सबसे व्यस्त एक्सप्रेसवे कौन सा है?
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, भारत की सबसे व्यस्त एक्सप्रेसवे है।
भैया इस लिस्ट में २ एक्सप्रेसवे और जोड़ लो। पहला है जल्दी नया बनने वाला गाजियाबाद कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे जिसको NHAI बनाएगा और दूसरा है अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेसवे जो कि बुलंदशहर के सनौटा गांव से गंग नहर की पटरी से शुरू होकर गंग नहर के किनारे किनारे उत्तराखंड बॉर्डर तक जाएगा और इसको यूपीडा बनाएगा और यह 8 लेन का होगा